"ॐ नम सुर्याय शान्ताय सर्व रोग विनाशने
आयु: आरोग्यमं ऐश्वर्य देही देव जगत्पते
जपा कुसुम संकाश काश्यपेयं महाधुतिम् धवान्तारि सर्व पापध्नं प्रणतोस्मि दिवाकरम्"
सूर्य के उत्तरायण पर्व मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएँ !
शिशिर में तो उदंत मार्तण्ड ( उत्तरायणी सूर्य भगवान ) भी ठिठुरे ठिठरे से लगते हैं...
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कटी फटी गुदड़ी घास फूस छप्पर ,
शिशिर पवन जिया देह लहरावे है।
सतयुग , त्रेता, द्वापर , कलियुग ,
हरयुग निर्धन किसान को सतावे है।
इलेक्ट्रिक हीटर वातानकूलित कक्ष
साइंस का लाभ सिर्फ धनवान पावे है।
हेमन्त के आगमन ने क्या गजब ढायो है,
अस्थमा के मरीज को संक्रांति न भावे है!
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न क्रोध करें *न तिलमिलाएँ * सिर्फ गुड़ में तिल-मिलाएँ और ठण्ड के मौसम में सुबह शाम खाएँ *सूरज उत्तरायण हो चला है,अत: भरपूर ऊर्जा पाएँ *मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं!जय महाकाल
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