BSF के एक डिप्टी कमांडे्ंट प्रवीन यादव और उसकी पत्नि ममता यादव को सवासौ करोड़ रुपये की रिस्वत खोरी के जुर्म में कल गिरफ्तार किया गया! क्यों
अब मंडल आयोग की संतानों को दुनिया के सामने जाहिर करना चाहिये, कि क्या ऐंसे रिस्वतखोर अधिकारी अभी भी पिछड़े ही माने जाएंगे? आर्थिक रूप से तो ये कदापि पिछड़े नही हो सकते ! वेशक मानसिक रूप से जरूर पिछड़े ही रहेंगे!
जब तक राजनीति में पिछड़ेपन का खटराग जारी रहेगा, तब तक तथाकथित पिछड़ापन,खत्म नही होगा! जिस तरह बबूल को सींचने से आम नही मिलेगा,या तरह नीम पर करेला चढ़ाने से करेला मीठा नही हो जाऐगा,उसी तरह दबंगों, रिस्वत खोरों को आरक्षण देनेसे उनका मानसिक पिछड़ापन दूर नही होगा!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें