नरेंद्र मोदी और अमित शाह भले ही पं. जवाहरलाल नेहरू जितने कद्दावर फ्रीडम फाइटर नही रहे, ये दोनों पंडित नेहरु के बराबर निपुण राजनीति विज्ञानी नही हैं,और दर्शनशात्री तो कदापि नही हैं! पंडित नेहरु के समान अंग्रेजीदां विद्वान नहीं हैं! इनमें इंदिरा गाँधी जैसी राजनैतिक कुशाग्र बुद्धि नही है! और राजनैतिक जीवटता भी नही है!
ये दोंनौं राजीव गांधी जितने सीधे सरल और टेकेनॉलाजी आकांक्षी नहीं हैं!और वे सरदार मनमोहनसिंह जैसै हावर्ड रिटर्न और गोल्ड मैडेलिस्ट विद्वान-अर्थशास्त्री नहीं हैं!
किन्तु इन दोनों में एक अदुभुत खूबी अवश्य है कि ये दोनों हिंदुत्व की डुगडुगी बजाकर चुनावी मजमा खूब जमा लेते हैं! आगामी विधान सभा चुनाव में योगी की नैया ये ही पार लगाएंगे! भले ही स्पष्ट बहुमत न मिले किंतु सबसे ज्यादा सीटें भाजपा ही जीतेगी! सबसे बड़ी पार्टी यदि अपने दम पर सरकार नही बना पाएगी तो मायावती का समर्थन सशर्त हाजिर रहेगा! याद रहे,यह मेरी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की भविष्यवाणी है !
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