'प्रभात किरण' अखवार के फ्रंट पेज की खबर है कि पन्ना (मध्यप्रदेश) के एसडीओ ने रेत खनन माफिया और कालाबाजारियों पर लगाम कसने की कोशिश की! एसडीओ ने एक कुख्यात रेत माफिया-के एस गौतम के कब्जे से 5 करोड़ रु. की अवैध रेत पकड़ी! इससे भड़के माफिया ने एसडीओ को धमकाया और कहा कि:-
"24 घंटे के अंदर तेरा यहां से ट्रांसफर करा दूंगा, मेरी रेत पकड़ने वाले तेरी औकात क्या है?तुझे पता नहीं मेरी कहाँ तक पहुंच है"
इस घटना के 24 घंटे बाद एसडीओ साहब का तबादला कर दिया गया!
बेताल ने विक्रम से पूछा कि बता विक्रम:-
*पार्टी विद डिफरेंस* का राग अलापने वाले और *न खाउंगा न खाने दूंगा* की भीष्म प्रतिज्ञा करने वाले नेता इस भ्रष्टाचार में यदि लिप्त नही हैं, तो कर्तव्यनिष्ठ एसडीओ का ट्रांसफर *किस माई के लाल* ने कर दिया? और खनन माफिया की और से नोटों के बैग किस खाऊ भांड के घर जाते हैं?
यदि तूने जबाब नही दिया तो तेरा सिर फट जाएगा ! और यदि मुंह खोला तो अंधभक्तों की गालियां खाएगा!
बैताल ने उत्तर दिया कि हे वैताल सुन :-
जिन्होने व्यापम कांड किया,जिन्होंने कांग्रेस के दलबदलु विधायकों को खरीदा,जिनको राज्यसत्ता में बनाये रखने के लिये खनन माफिया पैसा देता है,उन्हीं ने पन्ना एसडीओ का ट्रांसफर किया होगा,और कोई कैसे कर सकता है?
विक्रम के इतना बोलते ही वैताल विक्रम के कंधे से छूटा और उड़कर वापिस पेड़ की डाल पर बैठ गया।
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