मेरा अंदाजा अर्थात अनुमान आम तौर पर सही बैठता है। अभी एक सप्ताह पहले मैंने फेसबुक पर पोस्ट डाली ,की अभी दीवाली तक मानसून नहीं लोटेगा। लेकिन मौसम विभाग के तनखैया [फोकटिये] अधिकारियों ने डिक्लेयर कर दिया कि १३ अक्टूबर को मानसून की वापिसी हो जायेगी। किन्तु इस घोषणा के३-४ दिन बाद सारे देश में इतना पानी गिरा की केरल महाराष्ट्र उड़ीसा बंगाल और बिहार में तो हाहाकार मच गई।
खैर ! मेरा मकसद आत्मप्रशंसा कतई नहीं है ,मेरा निवेदन यह है कि कई बार दिग्गज वैज्ञानिकों, राजनीतिज्ञों और कूटनीतिज्ञों कि भविष्य वाणी गलत हो जाया करती है,किन्तु मेरे जैसे साधारण आम आदमी के अनुभव कि बात सही निकल जाती है।
जैसे कि मेरे वैचारिक हमसोच मित्र और मौजूदा विपक्षी पार्टियां -किसान आंदोलन,बेरोजगारी,ध्वस्त अर्धव्यवस्था और महंगाई के मुद्दे पर जन आक्रोश को लेकर उत्साहित हैं कि आगामी २०२४ में केंद्र कि सत्ता में परिवर्तन होकर रहेगा। किन्तु मेरा मानना है कि यदि विपक्षी दल भाजपा की गलत आर्थिक और सामाजिक रीति नीति का इसी तरह अंध विरोध करते रहे,तो भाजपा का हिन्दू वोट बैंक और मजबूत होता चला जायेगा। वे २०२४ में भी प्रचंड बहुमत से जीतेंगे। क्योंकि कटटर इस्लामिक आतंकवाद ने अधिकांश हिन्दुओं को मजबूर कर दिया है कि वे भले ही गरीबी भुखमरी से मर जाएं,लेकिन विधर्मिओं के पैरोकारों को देश कि सत्ता पर काबिज नहीं होने देंगे।
हालाँकि न तो सारे मुस्लिम कट्टरवादी हैं और न सारे हिन्दू वतनपरस्त हैं। फॉल्टी दोनों कौमों में हैं। जो कट्टर हिंदूवादी हैं ,उन्हें गलत फहमी है कि वे हिन्दू जो भाजपा या संघ परिवार से नहीं जुड़े वे सब के सब देशद्रोही हैं। दिखावटी हिन्दुवाद सत्ता का सामीप्य तो पा सकता है ,किन्तु बिना धर्मनिरपेक्षता के कोई व्यक्ति या विचारधारा,नेता या पार्टी राष्ट्रहितसाधन नहीं कर सकती,भले ही सत्ता हासिल कर सकती है। सबको मालूम हैं कि धर्मनिरपेक्ष हिन्दू और धर्मनिरपेक्ष मुसलमान ही असली राष्ट्र भक्त है। कटटर इस्लामिक आतंकवाद इंसानियत का खून कर सकता हैं। किन्तु अपने मुल्क कि हिफाजत नहीं कर सकता। इसी तरह कट्टर हिन्दू लोग भी धर्मनिरपेक्ष हिन्दुओं को नास्तिक कह कर उनका अपमान करते हैं। किन्तु मौजूदा दौर में धर्मनिरपेक्ष ताकतें बहुत कमजोर हैं जबकि मजहवी ताकतें और कारपोरेट ताकतों का गठजोड़ बहुत ताकतवर हैं अतएव उनको परास्त कर पाना संभव नहीं हैं। भारत में हिंदूवादी दक्षिणपंथी पूंजीवादी ताकतें तब तक सत्ता में रहेंगी जब तक भारत और भारत के बाहर- देश विरोधी,अलगाववादी आतंकवादी ताकतें भारत के खिलाफ षड्यंत्र करती रहेंगी। इसी आधार पर मैं घोषणा करता हूँ कि आइंदा २०२४ में सत्ता परिवर्तन नहीं होगा,भाजपा एनडीए गठबंधन ही सत्ता में रहेंगे।
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