मौजूदा भारतीय राजनीति की बिडम्बना :-
8 साल पहले कैग (CAG) के एक आदमी (Vinod Rai) ने घोषणा की थी कि यूपीए- 2 याने मनमोहनसिंह सरकार ने एक लाख छिहत्तर हजार करोड़ का घोटाला किया है!
दूसरे आदमी (Anna Hazare) ने इस घोटाले को लेकर ,लोकपाल बिल को लेकर और स्विस बैंक में जमा काले धन की बात को जनता को भड़काने के लिए भयानक दुष्प्रचारणीय आंदोलन चलाया.
तीसरी-अण्णा हजारे के सुर में सुर मिलाने वाली महत्वाकांक्षी महिला (Kiran Bedi) ने कांग्रेस और मनमोहनसिंह की खूब लानत मलानत की!
चौथा-आदमी (Kejriwal) भी भ्रस्टाचार और अण्णा हजारे वाले लोकपाल आंदोलन के कंधों पर चढ़कर,दिल्ली राज्य की सत्ता के अंगूर खाने में सक्षम हो गया!
पांचवें आदमी स्वामी (Baba Ramdev) ने 2G-3G स्पेक्ट्रम घोटाले को को भुनाने के लिए सलवार सूट पहिना और आंदोलन के मंच से ही भाग खड़ा हुआ!
छठा आदमी (Subramanian Swami) इस मुद्दे को लेकर आज भी संघर्ष कर रहा है! बंदा सुप्रीम कोर्ट भी गया.
सातवें आदमी (Modi Ji) ने उपरोक्त बंदों की मेहनत को कंपाइल करके उसमें हिंदुत्व का बघार लगाया और विकास का नमक डालकर देश की जनता से उक्त मुद्दों पर जनादेश प्राप्त किया! यूपीए के उक्त घोटालों के खिलाफ, स्विस बैंकों से कालाधन वापिस लाने के लिये वोट मांगा ! परिणाम स्वरूप उन्हें दो-दो बार प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ! उम्मीद है कि 2024 में तीसरी बार भी केंद्र में भाजपा की ही सरकार बनेगी!
अब पूरे 8 साल बाद..सवाल क्यों नही पूछे जा हैं कि:-
घोटाले के सभी आरोपी बरी क्यों हो गए ?
क्या स्पेक्ट्रमव घोटाला हुआ ही नहीं था?
अब पहला आदमी (विनोद राय) पद्म भूषण पाकर बैंक बोर्ड का बॉस कैसे बना दिया गया?
दूसरा आदमी अन्ना हजारे Z+ लेकर लंबी तानकर क्यों सो गया ?
तीसरी महिला (किरन बेदी) उप राज्यपाल हैं!
चौथा आदमी (अरविंद केजरीवाल) दिल्ली का मुख्यमंत्री हैं!
पांचवां आदमी (बाबा रामदेव) अरबों का कामयाब बिजनेसमेन बन गया!
छठा आदमी (सुब्रमण्यम स्वामी) सांसद बन गया!
सातवां आदमी भारत का प्रधानमंत्री बन गया..
और आप सब बेवक़ूफ़ बन गए!!
सही मायनों में मजाक इसी को कहते हैं !!
जनहित में जारी!!
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