शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2021

*जबरा मारे और रोने न दे*

 केन्द्र में जब डॉ.मनमोहनसिंह की सरकार थी,तब देश की समस्याओं के बारे में अन्ना हजारे,स्वामी रामदेव और अन्य बाबाओं के बयान रोज आते थे! तब रेप कांड पर तमाम भाजपा नेत्रियाँ चूड़ियां भेंट करने को तैयार रहा करतीं थीं! किंतु अब लगता है देश में सब कुशल मंगल है, कोई भ्रष्टाचार नही,कहीं रेपकांड नही!इसलिये अंधभक्तों के मुँह पर ताले लगे हैं!

किसी पढ़े लिखे सभ्य और शरीफ भारतीय नागरिक को नही भूलना चाहिये कि सन् 1999 तक DOT *डिपार्टमैंट ऑफ टेलिकाम* हर वर्ष लगभग 20000 करोड़ शुद्ध मुनाफा कमाकर भारत सरकार को मेड ओवर करता था! 150 साल के इतिहास में कभी घाटा नही हुआ!
फिर 1999 में दुर्भाग्य से अटल सरकार सत्ता में आई ,अटलजी ने प्रमोद महाजन नामक ऐंसे *महान* खलनायक को संचार मंत्री बनाया कि उसने टेलिकाम डिपार्टमैंट के तीन टुकड़े कर दिये! एक विदेश संचार, जो टाटा को लगभग मुफ्त में दे दिया! दूसरा MTNL और तीसरा BSNL! इन दोनों के हाथ पैर बांधकर प्रतिस्पर्धा के महासागर में तैरने के लिये फैंक दिया! अंबानियों,मित्तलों और दर्जनों प्रायवेट आपरेटरों को लाइसेंस देकर अटलजी की सरकार ने,संघ भाजपा संगठनों ने और प्रमोद महाजन जैसे तमाम नेताओं ने इस कदर रुपये बटोरे कि ये सब 100 साल तक बैठे बैठे खाते तब भी यह भ्रष्टाचार से कमाया धन खत्म नही होगा?
जब प्रमोद महाजन का पाप उसके सर चढ कर बोलने लगा तब उसके सगे भाई ने ही गोली मार दी ! बेशक उसके भाई ने उसे किसी और कारण से मारा होगा, किंतु अटल बिहारी बाजपेई सरकार को उसने भी कम बदनाम नहीै करवाया! अटल सरकार ने पांच साल में निजीकरण और चंदा ऊगाही के ऐंसे कीर्तिमान गढ़े कि शाइनिंग इंडिया के नारे धरे रह गये! BSNL समेत तमाम पब्लिक सेक्टर तेजी से घाटे में चले गये! मनमोहनसिंह सरकार ने कुछ सुधार किये किंतु तब तक काफी देर हो चुकी थी, ऐयर टाल, बोडाफोन, आईडिया और अन्य कंपनियों ने भारी भरकम रिस्वत देकर BSNL के बड़े अधिकारियों को खरीद कर सरकारी कंपनी को हमेशा के लिए घाटे में ढकेल दिया!
2014 में कांग्रेस के भ्रष्टाचार और रामदेव, अन्ना हजारे,श्रीश्री के भयानक दुष्प्रचार तथा मुस्लिम आतंकवाद से परेशान हिंदू वोटर ने इकतरफा वोट दे दिया और श्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला! उनके सत्ता में आने के साल भर बाद बड़े अंबानी ने जियो लांच किया ! जियो कंपनी के विज्ञापन का पहला आदमकद फोटो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का ही था! जब जनता ने इसका विरोध किया तब फोटो तो हटा लिया किंतु BSNL के उत्थान और नवीनीकरण हेतु नवीन उपकरण खरीदने पर रोक लगा दी!
इसको कहते हैं *जबरा मारे और रोने न दे* ! कोई शख्स अपने बच्चों को भूखा रखे और अमीरों की दलाली करे तो भी कोई दिक्कत नही! किंतु अति तब होती है जब मनमोहनसिंह जैसे सज्जन व्यक्ति का तो अपमान किया जाए और अंबानी अडानी के परम मित्रों,तड़ीपारों को *सत्य हरिष्चंद्र* बताया जाए!

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