बुधवार, 13 अक्तूबर 2021

घायल वतन है आज,

 विकृत नेता कर चले, सिस्टम भ्रस्ट कमाल!

सत्ता की सियासत घुसे,रिश्वतखोर दलाल।।
रिश्वतखोर दलाल ,स्वार्थी कपटी लम्पट।
घायल वतन है आज, व्याप्त वेकारी संकट।।
घाव करें गंभीर, दुश्मन के आतंकी हमले!
सुनकर भक्त मदमस्त,अपने नेता के जुमले!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें