विगत दिनों खबर आई कि मुंबई,इंदौर हैदराबाद के कुछ दलाल और नकली मुस्लिम धर्मगुरू तलाक और पुनर्विवाह के खेल में अनेक बच्चियों के जीवन से खेलते पाए गये हैं!
कल फ्रांस के एक स्वतंत्र आयोग ने खुलासा किया है कि विगत 71 साल में फ्रांस के 3000 पादरियों(चर्च के धर्मगुरू > पादरी ) अनगिनत फ्रांसीसी मासूम बच्चों को अपनी हवस का शिकार बनाया!
हिंदू समाज के नकली संत आसाराम और उसका लड़का नारायण साईं, रामरहीम रामपाल, चंद्रा स्वामी, नित्यानंद,आनंदगिरि और अन्य अनेक कुख्यात अ(संतों) के कुकर्मों की गाथा सबको मालूम है!
जैन संतों में हर साल कोई एक आध संत कपड़े पहिनकर शादी कर घर बसाते पाया जा सकता है! किंतु यह अनेतिक नही है,यह जीवन शैली जीने का उनका अधिकार है!
किंतु कुछ घटनाएं शर्मनाक होती रहीं हैं! विगत दो-तीन साल पहले मध्यप्रदेश में जो *हनी ट्रैप* का भांडाफोड़ हुआ था, उसमें कांग्रेस भाजपा के दिग्गज नेता मंत्री और कुछ आला अफसर भी लिप्त पाए गये ! चूंकि मामला बड़े नेताओं और अफसरों का था,इसलिये दबा दिया गया! किंतु इस कांड की संचालिकाएं धनलोलुप कुलीन जैन युवतियां थीं! इन युवतियों के पति खुद यह अनैतिक धंधा कराते पाए गये!
साराँश यह है कि कोई भी धर्म मजहब ऐंसा नही जिसके धर्मगुरू मठाधीश दूध के धुले हैं! मैं नही कहता कि कोई धर्म या पंथ बुरा है,किंतु हर मजहब के आस्थावान हर व्यक्ति को हक है कि पाखंड और अनैतिकता का विरोध करे! सच्चे धार्मिक मूल्यों और मानवीय आदर्शों का समर्थन करे! तभी देश और दुनिया में साम्प्रदायिक सौहाद्र और शांति कायम हो सकेगी !
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