ऐंसा पहली बार हुआ *
विगत साढे सात साल से भारत में एक जुमला कुछ ज्यादा ही चलन में आ गया है। वह जुमला है :-'ऐसा पहली बार हुआ '! इस जुमले को वही ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।जो भारतीय लोकतंत्र और उसके इतिहास से अनभिज्ञ हैं, मतलब जो ज्यादा पढ़े लिखे नही हैं, जुगाड़ से डिग्री हासिल कर ली और जुगाड से सत्ता में आ गये! ऐंसे चलते पुर्जों का तकिया कलाम है :- *ऐंसा पहली बार हुआ! *
यह प्राकृतिक न्याय का सिद्धांत है कि राजनीति में साम्प्रदयिक और कूढ़मगज लोगों को यदि सत्ता का स्वाद चखने को मिल जाए तो वे एक घातक मानसिक बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं। उन्हें जिस विषय का ज्ञान ही नहीं होता वे उस विषय में भी बढ़चढ़कर अपनी ऊलजलूल कपोल कल्पित प्रतिक्रियाएँ देने के लिए उतावले रहते हैं! उन्हें तर्क लॉजिक और वैज्ञानिक नजरिया कदापि पसंद नही!
भारत में जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है तबसे सोशल मीडिया में और राजनैतिक गलियारों में एक वाक्य बहुश्रुत है कि '' ऐसा पहली बार हुआ है ''! जैसेकि वे कह रहे हैं कि पुलवामा कांड पहली बार हुआ !हमारी फ़ौज के 40 जवान पुलवामा में और कल कश्मीर में पाकिस्तान समर्थक आतंकियों ने 5 जवान हलाक कर दिये! ऐंसा पहली बार हुआ!
इस तरह की शाब्दिक कलाबाजी केवल आत्मप्रशंसा में ही संभव है। वे भूल जातेहैं कि आदिमकाल से सब कुछ पहली बार से ही शुरूं हुआ है !
सामान्य बुद्धि का व्यक्ति भी जानता है कि हरेक की जिंदगी में जो कुछ होता है वह पहली बार अवश्य होता है। जब कोई स्त्री माँ बनती है तो उसके जीवन में दूसरी बार यह हो न हो लेकिन 'पहली बार' यह अवश्य होता है। जब कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है ,जब कोई व्यक्ति धोखा खाता है ,जब किसी को कोई सफलता मिलती है ,जब कोई हारता है और जब कोई जीत हासिल होती है तो यह सिलसिला पहली बार से ही आगे बढ़ता है। 'भारत ने आजादी हासिल की' यह भी तो पहली बार ही हुआ है ,वरना गुलामी तो बार-बार इस मुल्क को डसती रही है।
विगत वर्ष टेस्ट क्रिकेट में भारत पहली बार इंदौर में जीता था या फलाँ ढिमके खिलाड़ी ने ओलम्पिक में अमुक खेल में पहली बार गोल्ड मेडल हासिल किया। ऐंसा जुमला हर इंसान,हर समाज और हर राष्ट्र पहली बार ही प्रयुक्त करता है! यही कुदरत का नियम है। हरेक इंसान पहली बार ही मरता है लेकिन ऐंसा कहा नहीं जाता कि 'फलाँ पहली बार मरा या अमुक पहली बार मरा !
:श्रीराम तिवारी !
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