सोमवार, 25 अक्टूबर 2021

 "तूफ़ानों से वे पेड़ ही उखड़ते हैं,जो अपनी बुलंदियों पर इतराते हैं!

हवा के समक्ष विनम्रतापूर्वक दंडवत करने वाली हरी हरी दूब का बाल बांका नही होता !"

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