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किसान सिर्फ अन्न उत्पादक ही नही होता, मजदूर सिर्फ श्रमिक के रूप में निर्माणकर्ता या वस्तुओं का उत्पादक ही नही होता,बल्कि ये दोनों ही राष्ट्रनिर्माता होते हैं! इनके बिना कोई कौम अथवा राष्ट्र जीवित नही रह सकता!
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