भारत के जनतंत्र को,लगा भयानक रोग !
मंगलवार, 31 अगस्त 2021
राष्ट्र सम्पदा बेचकर,गाओ खुशी के गीत !
फाकें में साथ देनें कोई नही आ्येगा .
हंसोगे अगर तो साथ हंसेगी दुनिया
इस्लाम जैसा आक्रामक मजहबी संगठन हिंदुओं का कभी नहीं रहा .
दुनिया के तमाम अखवारों में रोते बिलखते भूखे मुस्लिम बच्चे,इस्लामिक आतंकियों की शिकार मुस्लिम महिलाओं के रुदन करते अश्रूपूर्ण नेत्र चीख चीख कर कह रहे हैं कि जो कुछ आज सीरिया,यमन, सूडान, ईराक, अफगानिस्तान और गिलगित बलुचिस्तान में बर्बर अत्याचार हो रहा है उसके लिये इस्लाम नही,बल्कि इस्लाम के मदरसे और कट्टरपंथी कठमुल्ले जिम्मेदार हैं!
कौने हरो मोरो जो नंदलाला,
भादों की रैन घटा घन घोर,
परों में जान रख, नजर को आसमानी रख..
परिंदे हौसला कायम रख ,उड़ान जारी रख,
शनिवार, 28 अगस्त 2021
उदारीकरण के दौर में,हरदिन छटनी होय
भारत के जनतंत्र को,लगा भयानक रोग !
शुक्रवार, 27 अगस्त 2021
भारत में इन्हें लोकतंत्र धर्मनिर्पेक्षता बड़ी प्यारी है
निया के जिस किसी देश में वे बहुसंख्यक हैं,वहाँ उन्हें शरियत कानून नही चाहिए और जहां वे अल्पसंख्यक हैं ,वहाँ उन्हें शरियत कानून चाहिये,यदि सरकार नही माने तो दंगा फसाद की आजादी चाहिये! यदि फ्रांस में कोई कार्टून छपता है,तो इन्हें भारत में हिंसक तांडव और तोड़ फोड़ का अधिकार चाहिए! इनमें से कुछ कुटिल तत्व भारत के शुद्ध अहिंसावादी समाज की बहु बेटियोंको प्रेम जालमें फांसने के लिये खुली छूट चाहते हैं!
जीवन संग्राम में मेरा जब, खुद से मिलन हो गया।
जिंदगी की राह में तभी ,
आस्तीन के सांप
ISIS वाले,तालिबान वाले,अलकायदा वाले हक्कानी वाले,सबके सब पाकिस्तानी फौज की पैदायश हैं! *अतीत का अमेरिका* भी कुछ हद तक इन तत्वों को पालने पोषने के लिये जिम्मेदार है!ये तमाम बहशी दहशतगर्द अफगानिस्तान,भारत समेत सारी दुनिया को लहूलुहान करने पर तुले हुए हैं! इधर भारत में पल रहे आस्तीन के सांप,भारतीय लोकतंत्र और धर्मनिर्पेक्षता के खिलाफ जहर उगल रहे हैं!
सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्तान हूँ मैं!
मैं एक संप्रभु राष्ट्र हूँ,किसी के लिए मातृभूमि हूँ,किसी के लिए मादरे-वतन हूँ ! किसी के लिए सारे 'जहाँ से अच्छा हिंदोस्ता हमारा' हूँ ! किसी के लिए आरक्षण की वैतरणी हूँ ! किसीके लिए तिजारत का बहुत बड़ा बाजार हूँ ! किसी के लिए धर्मनिरपेक्ष -समाजवादी गणतंत्र हूँ!किसीके लिए सिर्फ सत्ता प्रतिष्ठान हूँ ! किसी के लिए जेहाद का खुरासान हूँ ! किसी के लिए धर्मांतरण की पवित्र उर्वरा भूमि हूँ ! किसी के लिए महज एक विस्तृत चरागाह हूँ ! अपने पड़ोसियों से मुझे हमेशा धोखा मिलता रहा,फिर भी जिंदा हूँ और आबाद हूँ मैं! क्योंकि सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्तान हूँ मैं!
गुरुवार, 26 अगस्त 2021
एक दिलचस्प गणित
जीवन का एक सुन्दर गणित-- इसे देखें, समझें चिंतन करें ।