शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्तान हूँ मैं!

 मैं एक संप्रभु राष्ट्र हूँ,किसी के लिए मातृभूमि हूँ,किसी के लिए मादरे-वतन हूँ ! किसी के लिए सारे 'जहाँ से अच्छा हिंदोस्ता हमारा' हूँ ! किसी के लिए आरक्षण की वैतरणी हूँ ! किसीके लिए तिजारत का बहुत बड़ा बाजार हूँ ! किसी के लिए धर्मनिरपेक्ष -समाजवादी गणतंत्र हूँ!किसीके लिए सिर्फ सत्ता प्रतिष्ठान हूँ ! किसी के लिए जेहाद का खुरासान हूँ ! किसी के लिए धर्मांतरण की पवित्र उर्वरा भूमि हूँ ! किसी के लिए महज एक विस्तृत चरागाह हूँ ! अपने पड़ोसियों से मुझे हमेशा धोखा मिलता रहा,फिर भी जिंदा हूँ और आबाद हूँ मैं! क्योंकि सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्तान हूँ मैं!


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