मंगलवार, 17 अगस्त 2021

उसे हम तालिवान कहते हैं!

 वे ड्रग तस्करी करते हैं और अफीम की खेती का अबैध कारोबार करते-कराते हैं! वे रंगदारी टैक्स और अबैध खनन टैक्स बसूलते हैं ! वे मानव अंगों की तस्करी कराते हैं! वे चीन पाकिस्तान,ईरान और तुर्की से घातक हथियार प्राप्त करते हैं! वे दूसरों की बहू बेटियों पर बुरी नजर रखते हैं,उन्हें बुर्के में बंद रहने का फर्मान सुनाते हैं ! वे दूसरों पर शरीया कानून थोपते हैं और खुद उससे परे रहकर दहशतगर्दी करते हैं! वे अमन के दुश्मन हैं और अफगानिस्तान में लोकतंत्र के खिलाफ हैं,बताओ वे कौन हैं?

जब सोवियत सेना अफगानिस्तान से गई तो तालिबानियों ने तत्कालीन वामपंथी राष्ट्रपति नजीब को बिजली के खंबे पर लटकाकर मार डाला!बामियान के बुद्ध को ध्वस्त कर दिया! अब जबकि अमेरिकन फौज वापिस अपने देश गई तब अफगानिस्तान के कायर फौजियों ने अपनी निष्ठा ही बदल डाली!
जो दहशतगर्द लोकतंत्र को शोकतंत्र में बदल डालें और अफगानिस्तान को कब्रिस्तान में बदल डालें,उसे हम तालिवान कहते हैं!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें