मंगलवार, 23 अक्तूबर 2018

शहीद भगतसिंह की नकल न कर बैठें!

एक ड़्रामेबाज नेताजी को महापुरषों की नकल का बहुत चस्का लगा है!वे गांधीवादी दिखनेके लिये चरखा चलाने बर्धा पहुंच जाते हैं, वे कभी नेहरु जेकैट पहिन लेते हैं, और कभी सुभाषचंद्र बोस की टोपी धारणकर वे लाल किले पर चढ़ जाते हैं!फिर भी यह सब तो ठीक है!किंतु एक अंदेशा है,कि वे कहीं शहीद भगतसिंह की नकल न कर बैठें,कि फांसी का फंदा खुद गले में डाल लें और इंकलाब जिंदाबाद बोलने से पहले ही न निपट जाएं!

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