बुधवार, 10 अक्टूबर 2018

गुजराती अस्मिता !

चिमनभाई, केशुभाई पटैल और शंकरसिंह बाघेला से मोह भंग होने के बाद गुजराती अस्मिता ने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गुजरात की बागडोर सौंपी!फिर गुजराती पूंजीपतियों ने मोदीजी को राष्ट्रीय लीडर प्रमोट किया!अरुण जेटली की दोस्ती, संघ के मोहन भागवत का आशीर्वाद तथा स्वामी रामदेव और अन्ना हजारे इत्यादि के सतत कांग्रेस विरोधकी बदोलत 2014 में मोदीजी देश के प्रधानमंत्री बन गये!उन्होंने अमित शाह गुजराती को पार्टी अध्यक्ष और ऊर्जित पटैल गुजराती को रिजर्व बैंकका गवर्नर बना दिया !इन सबकी बदौलत नीरव मोदी जैसे लगभग 28 गुजराती भगोड़े बदमाश देश को एक लाख करोड़ का चूना लगा चुके हैं!यह घोषित लूट है,अघोषित की तो 'गुजराती'ही जाने!इन सबने अनिल अंबानी गुजराती को राफैल की फ्रेंचाईजी और 50000 करोड़ का बैंक लोन दिलवा दिया!मुकेश अंबानी गुजराती को लगभग मुफ्त में स्पेक्ट्र्म जारी करवाये गये और टेलीकाम सेक्टर में जियो लाईसेंस आनन फानन जारी कराये गये!श्री अडानी गुजराती को झारखंड में और अन्य क्षेत्रों में उत्खनन इत्यादि के लिये लाईसेंस कौड़ियों में जारी किये!अब आप चाहें तो बेधड़क यह कह सकते हैं कि 'देश की जनता का ,जनता के द्वारा सिर्फ गुजराती बनियों के लिये!'अब यूपी,बिहार और एम.पी. के युवा चाहें तो इन गुजरातियों के यहां मजूरी करें और लात जूते खाएं या भाजपा का स्थाई वोट बैंक बनकर मोदी मोदी का जाप करते रहें या चाहें तो लाल झंडा हाथ में उठाकर इंकलाब जिंदाबाद का नारा बुलंद करें!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें