इंकलाब ज़िंदाबाद !
progressive Articles ,Poems & Socio-political -economical Critque !
मंगलवार, 30 अक्टूबर 2018
तूँ तैरकर इंग्लिश चैनल पार कर सकती है,अंतरिक्ष में जा सकती है,एवरेस्ट पर चढ़ सकती है,ओलंपिक खेलों के ढेरों मेडल ला सकती है-किंतु शबरीमला(अयप्पा) मन्दिर में प्रवेश नहीं कर सकती!क्योंकि तुझे आस्था की जंजीरों ने जकड़ रखा है!
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