गोली असर करती है ,
बंदूक से निकल जाने के बाद।
गाली असर करती है,
जुबाँ से निकल जाने के बाद।।
मेहंदी असर करती है ,
पत्थर पै पिस जाने के बाद।
चंदन खुशबू देता है ,
सिलवट पै घिस जाने के बाद।।
पतित होता है इंसान,
भ्रस्ट मंत्री अफसर होने के बाद।
छाछ भी फूँककर पीते हैं,
गर्म दूध से जिव्हा जल जानेके बाद !!
मूर्ख जन सबक नहीं सीखते,
बार बार ठगे जाने के बाद।
लोग उन्हें ही क्यों चुनते हैं ,
जो लगाते हैं चूना,चुने जाने के बाद!!
सुर्खरू होता है इंसान,
सैकड़ों ठोकरें खाने के बाद।।
बंदूक से निकल जाने के बाद।
गाली असर करती है,
जुबाँ से निकल जाने के बाद।।
मेहंदी असर करती है ,
पत्थर पै पिस जाने के बाद।
चंदन खुशबू देता है ,
सिलवट पै घिस जाने के बाद।।
पतित होता है इंसान,
भ्रस्ट मंत्री अफसर होने के बाद।
छाछ भी फूँककर पीते हैं,
गर्म दूध से जिव्हा जल जानेके बाद !!
मूर्ख जन सबक नहीं सीखते,
बार बार ठगे जाने के बाद।
लोग उन्हें ही क्यों चुनते हैं ,
जो लगाते हैं चूना,चुने जाने के बाद!!
सुर्खरू होता है इंसान,
सैकड़ों ठोकरें खाने के बाद।।
श्रीराम तिवारी
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