कुछ अपवादों को छोड़कर,आमतौर पर भारत के सभी राज्यों के पुलिसवाले या तो अपराधियों से मिले होते हैं या आसाराम,राम रहीम और ब्रजेषसिंह जैसे बलात्कारी गुंडों और बदनाम नेताओं के डर से चुपचाप अपनी 'ड्युटी' करते रहते हैं!इसीलिये न केवल आश्रमों में ,मठों में,मंदिरों में,मदरसों मे,चर्च में,बल्कि यूपी बिहार के एनजीओ द्वारा संचालित बालिका संरक्षण केंद्रों में भी सैकड़ों बालिग- नाबालिग लड़कियों पर जुल्म ज्यादती होती रहती है! पुलिस के आकंठ भ्रस्टाचार ने भारत की बेटियों की जिंदगी को असुरक्षित किया और पूरे भारत का अपराधीकरण कर डाला है!
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