किसी भी लोकतांत्रिक देश के भ्रस्टाचारियों और अलोकतांत्रिक ताकतों की आलोचना का हक देश की आवाम को अवश्य है,किंतु जातिवादी महाभ्रस्ट परिवार के दबंगों को कदापि नही! गुड़ खाने वाले नेता गुलगुले खाने की दोमुही प्रबंचना का नाटक कर रहे हैं!# यूपी चुनाव पर अखिलेश का प्रलाप नाकाबिले बरदास्त है!
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