हकला मुलायमसिंह यादव परिवार,बहिनजी का हाथी जैसा विशाल परिवार,आजम खां जैसे डाकूनुमा नेताओं के उजड्ड परिवारों ने यदि राजनीति का अपराधीकरण न किया होता.यदि जातीयता और साम्प्रदायिकता की घटिया राजनीति न की होती,गुंडागिरी को संरक्षण न दिया होता, तो मोदी योगी 2017 में यूपी की सत्ता में कैसे आते?
अब पांच साल सत्ता से बाहर रहकर सपा, बसपा ने ऐंसा क्या उखाड़ लिया, कि जनता पुन: इन हरल्ले बदमाशों को सत्ता सौंप दे?
आजम खान,मुख़्तार अंसारी, कैराना के लफंगे गैंगस्टर नाहिद खान जैसे सैकड़ों अपराधियों को सपा का संरक्षण मिला हुआ है,इसीलिए भाजपा -मोदी की नीतियों का विरोध करने वाले,कांग्रेस की कंगाली पर हंसने वाले - बेशक सही हो सकते हैं,किंतु इसके बावजूद यदि मुल्क को बचाना है तो जहरीले सपोलों को पहिचानकर तीनों राष्ट्रीय पार्टियों में से किसी एक को चुन लो! चाहो तो वामपंथ को चुन लो,यदि वामपंथी उम्मीदवार नही है तो, कांग्रेस को चुन लो या कम्युनिस्ट कांग्रेस को ना चाहें तो भाजपा को चुन लें! किंतु सपा,बसपा,ममता,लालू जैसे भ्रस्ट दलों और नेताओं को किसी भी कोण से सत्ता में नही आने देना चाहिये!
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