शनिवार, 26 फ़रवरी 2022

मतदाता बेहद नादान।

 नेता बड़बोले नादान , गिना रहे हैं कब्रिस्तान।

कहते हैं यूपी जितवा दो ,बना के देंगें हम श्मशान।।
जग के सबसे बड़े लोकतंत्र का मतदाता बेहद नादान।
नही मांगता नेताओं से ,रोटी कपडा और मकान।।
बेकारों की फौज बढ़ी है,लाठी खाएं मजूर किसान !
जिन्हें बताया संत महात्मा वो निकले ढोंगी शैतान!!

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