यूक्रेन की सरहदों पर तनाव है क्या?
कुछ पता करो, यूक्रेन में चुनाव है क्या??
:-आफत इंदौरी उर्फ सूतियानंदन
इसी तरह की दो दो कौड़ी की शायरी सुनाकर अधकचरे साम्प्रदायिक शायरों ने न केवल भारतीय शोषित समाज का बल्कि अल्पसंख्यक समाज का भी अहित किया है! इन्होंने मुख्य मुद्दों से बाक़ी समाज का ध्यान हटाया है:-
आप का जाति, धर्म, समाज, घर, नौकरी, सड़क, बिजली, पानी, ज़मीन आदि तभी काम दे सकती है जब आपका राष्ट्र सुरक्षित हो. हारे हुए नागरिकों और शरणार्थियों की कोई जात नहीं होती.
राष्ट्र को प्रथम एवं आख़िरी प्राथमिकता बनाइये!!
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