मौसम मस्ती चाँद सितारे ,कनक कामिनी कंगना।
pyaar-मोहब्बत दगा -बफा , या सुरा - सुंदरी ललना।।
कुंठित कवि को बहुत सहज है , इन विषयों पर लिखना।
देश समाज की कातर करुणा ,जिन अंधों को नहीं देखना।।
कर सकते हो करो कलम से , कवि -दुराचार का मर्दन।
नहीं चलेगा नव युग में ये ,नायिका -नख -शिख वर्णन। ।
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