1971 में भारत के खिलाफ पाकिस्तान के फौजी तानाशाहों की बदनीयती का माकूल जबाब देने,पाकिस्तानी फौज का भारतीय जनरलों के समक्ष सरेंडर कराने,पाकिस्तान के दो टुकड़े कराने,बांग्ला देश बनवाने, बैंक, बीमा,रक्षा, कोल,सैल,गैल और पेट्रोलियम सेक्टर का राष्ट्रीयकरण कर भारत में विकास की पुख्ता बुनियाद डालने, पड़ोसी हमलावरों से राष्ट्र को सुरक्षित करने और आतंकवाद से लड़ते हुये शहादत देने के लिये *इंदिरा प्रियदर्शंनी* युगों युगों तक भारत भूमि के सपूतों के सम्मान की हकदार रहेंगीं!
इंदिराजी की जयंति पर सादर नमन.
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