मेरी हमेशा कोशिश रही है कि नैतिक बनाम अनैतिक,न्याय बनाम अन्याय, शरीफ बनाम बदमाश, शोषित बनाम शोषक के संदर्भ में हमेशा नैतिक, न्याय, शरीफ और शोषित का पक्षधर रहूँ!क्योंकि मुझे मालूम है कि जो सत्य के पक्षधर हैं, वही जीतेंगे! चूंकि सत्य परेशान हो सकता है, किंतु पराजित नही! और अंततोगत्वा जीत सत्य की ही होती है!अत: किसान आंदोलन के साथ मेरी पक्षधरता अडिग रही है! इस पर मुझे गर्व है!
चूंकि आंदोलनकारी किसानों के सामने कारपोरेट समर्थित मोदी सरकार लगातार अपने अड़ियल और नकारात्मक रुख पर अड़ी रही! आगामी चुनाव में भाजपा की संभावित हार के मद्देनजर मोदी सरकार ने किसान विरोधी कानून वापिस ले लिया है! लेकिन यह अड़ियलपन मानवता पर बहुत भारी पड़ा है! इस देश को अपने मेहनतकश 760 किसानों के अमूल्य जीवन का बलिदान करना पड़ा है!
जय किसान ..जय भारत...
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