शनिवार, 27 नवंबर 2021

मान्यवर कितने कालेधन वाले आपने अभी तक जेल भेजे हैं....

भारत को आजादी मिलने के उपरांत कांग्रेस के लोग देश को लूटने में जुट गये! कांग्रेस जब बहुत बदनाम होने लगी तो राष्ट्रीयकरण और गरीबी हटाओ के नारे दिये गये! 'गरीबी हटाओ' के नारों से प्रभावित होकर भारत का मजदूर किसान वामपंथ को त्यागकर कांग्रेस के साथ हो लिया!उधर अल्पसंख्यक वर्ग ने भी वामपंथ को छोड़कर -कहीं ममता, कहीं सपा और कहीं बसपा का दामन थाम लिया! जबकि पूर्व राजे रजवाड़े और खाये पिये कांग्रेसी दलबदलकर या तो क्षेत्रीय दल बनाने लगे या 'जनसंघ'( 1980 के बाद भाजपा) में समा गये!
दलबदलू नेता वे जब तक कांग्रेस में रहे तब तक देशद्रोही, पापी और गद्दार कहे गये और ज्यों ही भाजपा या क्षेत्रीय दलों में गये तो देशभक्त बन बैठे!
बहुत कम लोग जानते हैं कि सच्ची देशभक्ति वह है कि हम अपना -अपन दायित्व निर्वहन करते हुए कोई भी ऐंसा काम न करें जिससे देश का अहित हो। सरकारी माल की चोरी सरकारी जमीनों पर कब्जे,आयकर चोरी निर्धन मरीजों के मानव शरीर अंगों की चोरी, हथियारों की तस्करी,मादक द्रव्यों की तस्करी और शिक्षा में भृष्टाचार इत्यादि हजारों उदाहरण है जहाँ देशद्रोही बैठे हैं।

इनमें से अधिकांस लोग अपने पाप छिपाने के लिए सत्ताधारी पार्टी के साथ हो जाते हैं। इसलिए अब सत्ताधारी पार्टी का नैतिक और चारित्रिक पतन तेजी से होने लगता है,तो वे विपक्षी दलों पर सीबीआई, ED, आयकर के हमले तेज कर देते हैं, और अपोजीशन को हिंदू विरोधी सिद्ध करने में जुट जाते हैं !

जिन बुजर्ग माँ -बाप के जवांन लड़के सीमाओं पर आये दिन शहीद हो रहे हैं ,वे पूंछ रहे हैं कि जब आपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक सफल रही है तो पाकिस्तानी सेना और उसके पालतू आतंकियों के हाथों उनके नोनिहाल याने भारत के सैनिक लगातार शहीद क्यों हो रहे हैं ? यदि आपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक सफल रही है तो उसकी डींगे क्यों हाँकी गयीं ? और उसके बाद सबूत क्यों मांगे गए ? यदि सबूत मांगे गए तो उन्हें उपलब्ध कराने के बजाय पीएम महोदय 'देशद्रोह' का जुमला लेकर देश की जनता पर 'नोटबंदी' लेकर क्यों टूट पडे ? इस 'नोटबंदी ' का सकारात्मक परिणाम यदि आवाम जानना चाहती है तो बताइये ना ! कि कितने कालेधन वाले आपने अभी तक जेल भेजे हैं ?दरसल एक भी नाम आपके पास नहीं है। जब आप ललित मोदी ,विजय माल्या और जनार्दन रेड्डी के आगे नतमस्तक हैं तो पाकिस्तान में छिपे आतंकियों,कश्मीरी पत्थरबाजों का के बिगाड़ लेंगे ?आप देश के अंदर के कालेधन वालों की एक आँख फोड़ने के चक्कर में भारत की तमाम मेहनतकश ईमानदार आवाम की दोनों आँखे फोड़ने पर आमादा क्यों हैं ?

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