शनिवार, 20 नवंबर 2021

आधी रात के बाद।

 बड़े बड़े राजनैतिक निर्णय होते हैं,अक्सर आधी रात के बाद !

अहंकारी सरकार,फैसले पलटती है,जनाधार घट जाने के बाद !

कभी कभी लगा देती है कोई सरकार,,आपातकाल आधी रात के बाद।
कभी बना देती है किसान विरोधी कानून, कॉर्पोरेट समर्थक -आधी रात के बाद।
ले लेती है कानून वापिस मजबूरीवश,सैकड़ों किसानों की शहादत के बाद!
जब रेलगाडियाँ पटरी से उतर जाती हैं,तब मर जाते हैं सैकड़ों आधी रात के बाद।
आजादी का हक नहीं मिला है गरीबों को,सारे कारे अजमाये जाने के बाद।
श्रीराम तिवारी

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