हम व्यक्तिगत रूप से उनकी कुछ अति पूंजीवाद परस्त नीतियों के आलोचक और विरोधी हो सकते हैं और एक बेहतरीन डेमोक्रेसी के लिए ऐसा होना उचित भी है।। परंतु राष्ट्रहित में परिश्रम की पराकाष्ठा करते हुए अपने हार्डवर्क से हॉर्वर्ड वालों को कोसो पीछे धकेलते हुए विश्व मे अपनी लोकप्रियता का परचम लहराकर हम सभी भारतीयों का मान-सम्मान एवं गौरव बढ़ाने वाले हमारे सम्माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को एक बार पुनः इस उपलब्धि हेतु हार्दिक
बधाई
एवं ढेरों शुभकामनाएं।
आशा एवं अपेक्षा है कि आप दुनिया में बढ़ती लोकप्रियता को अपने देश में भी बरक़रार रखेंगे और अपनी पूंजीवाद परस्त नीतियों में आम मेहनतकश देशवासियों की बेहतरी हेतु आवश्यक बदलावों को अपने चिंतन में शामिल करेंगे क़्योंकि ये अति पूंजीवाद परस्ती हमारे विशाल विविधता वाले एवं पिछड़े विकासशील देश व देशवासियों के हित में ज़्यादा उचित नही है।क्योंकि इससे कुछ दशकों बाद इन चंद पूंजीवादी घरानों की पकड़ इतनी मजबूत हो जाएंगी कि ये कमजोर या जोड़तोड़ वाली सरकारों पर हावी होकर नीतियों का निर्धारण पूरी तरह से अपने हितार्थ करवाने लगेंगे।और ऐसी आशंकाएं इसलिए भी बलवती होती हैं क्योंकि आप जैसा सशक्त व सर्वस्वीकार्य नेतृत्व सदैव तो प्रजातंत्र में रहना मुमकिन नही है।
ऐसी आशा एवं अपेक्षा के साथ पुनः दिल की गहराइयों से हार्दिक बधाइयाँ।
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