-ज़िन्दगी" बदलने के लिए लड़ना पड़ता है!
और आसान करने के लिए समझना पड़ता है!
*वक़्त आपका है,चाहो तो सोना बना लो और चाहो तो सोने में गुज़ार दो..।
*मंज़िल ना मिले तब तक हिम्मत मत हारो और ना ठहरो..क्योंकि पर्वतों से निकलने वाली नदियों ने रास्ते में किसी से नहीं पूछा कि समन्दर कितनी दूर है
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