हिंदुओं ने सैकड़ों साल पहले गंगा जमुनी तहजीव अपनाकर अपने नाम गजबसिंह, अजबसिंह,इकबालसिंह,उम्मेदसिंह,हिम्मत सिंग,फतेहसिंह जासमीन रख लिये! बड़े फक्र की बात यह है कि ये आधे मुस्लिम और आधे हिंदू नाम को मिलाकर सेक्युलर नाम खुद पंडितों ने ही रखे!
किंतु मुस्लिम समाज में कठमुल्ले तो दूर बल्कि जो धर्मातरण कर हिंदू से मुस्लिम बना,उसे भी हिंदू नाम नही रखने दिया गया,क्योंकि उनका मजहब खतरे में नजर आता है,वहाँ किसी में इतनी हिम्मत नही कि कठमुल्लावाद का मुकाबला कर सके!
इसलिये वे लोग बिल्कुल सही हैं जो कहते हैं कि भारत में लव जेहाद जारी है और केवल हिंदुओं के कारण ही धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र परवान चढ रहा है!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें