बुधवार, 22 मार्च 2023

खालिस्तानी ड्रामा

 मैं जन्मना किसान हूं,अत: बिना सोचे विचारे ही विगत किसान आंदोलन का समर्थन करता रहा! पंजाब में खालिस्तानी गिरोह के भगोड़े सरगना अम्रतपाल और ISI के तमाम खालिस्तानी गुर्गों के हवाले से जाहिर हुआहै कि पंजाब का किसान आंदोलन एक वर्ग विशेष की एकता को पुनः स्थापित करने के कुटिल मकसद से चलाया गया था! हरियाणा यूपी वैस्ट के कुछ किसान, राकेश टिकैत की भावुकता के शिकार हो कर उस हिंसक आंदोलन में शामिल हो गये थे!

किसान आंदोलन की पोल खुल गई है,और मैं किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिये बेहद शर्मिंदा हूं!आतंकी अम्रतपाल और उसकी बदनाम खालिस्तानी गैंग का मकसद एक *वर्ग विशेष* की ताकत का चालाकी भरा प्रदर्शन था।किंतु अब पता चला कि उस किसान आंदोलन की आड़ में इसी अम्रतपाल की भिंडरावाला गैंग ने लालकिले पर तिरंगे झंडे का अपमान करते हुए खालिस्तानी झंडा फहराया था ! जिन लोगों ने किसानों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की,मोदी सरकार को पानी पी पी कर गालियाँ दीं ,वे लोग यह जानकर शर्मिंदा होंगे कि वह भी खालिस्तानी ड्रामा ही था।
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