इसमें कोई दो राय नही कि भारत में विगत 7 साल में बेरोजगारी बढ़ी है ! किंतु अब स्थिति इतनी नाजुक है कि बेरोजगार युवाओं की आत्महत्याओं का सिलसिला चरम पर है!हैल्थ सैक्टर में भारी लूट मची है! शिक्षा क्षेत्र धराशायी है!किसान आंदोलन को ठीक से नही सुलझाने और आर्थिक विफलता से मोदी सरकार की साख दाँव पर है!
बेशक अधिकांस मोर्चों पर मोदी सरकार विफल रही है! डालर के सापेक्ष रुपये की दुर्गति और पैट्रोलियम उत्पादों के बेतहासा बढ़ते दामों से सिद्ध होता है कि देशकी अर्थ व्यवस्था चौपट है ! विपक्ष के हरल्ले नेताओं को दल बदल करवाकर मंत्री बना देने से भारत का विकास नही होगा !
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