सोमवार, 19 जुलाई 2021

अहिंसा का पुजारी,

 एक बुजुर्ग अपनी ओल्ड मारुति से कहीं जा रहे थे,रास्ते में उनकी कार से एक नई नवेली *ऑडी कार* को जरा सी खरौंच लग गई !वे कुशल क्षेम पूछने के वास्ते रुक गये! तभी ऑडी कार से चार लंबे तड़ंगे दाड़ी पगड़ी कृपाणधारी नीचे उतरकर बुजुर्ग को पीटने पर उतारू हो गये!

तभी बुजुर्ग ने कहा कि आप चार हट्टे कट्टे मुस्टंडे हैं और मैं अकेला बुजुर्ग,और अहिंसा का पुजारी,यह तो सरासर नाइंसाफी है !

उन चारों पहलवानों में से जो सबसे बड़ा था,वह बोलुा -
सुरजीते और अमरजीते, तुम दोनों अंकल की तरफ हो जाओ!
बुजुर्ग बोला-किंतु तब तो हम तीन और तुम दो रह जाओगे! यह भी गलत है!
तो सबसे बड़ा सुरजीते बोला - कोई बात नही अंकलजी आप तो घर जाओ जी!
इन दोनों से-हम दोनों निपट लैंगे!

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