*साइंस* के क्रमिक विकास और निरंतर अनुसधान कर्ताओं के इतिहास पर नजर डालो तो दुनिया के 60% वैज्ञानिक आविष्कार नास्तिकों ने किये हैं! कुल 20% ईसाइयों ने,10% यहुदियों ने वैज्ञानिक आविष्कार किये हैं!
पारसी,हिंदु,जैन,बौद्ध और सिख कम्युनिटी के आविष्कारक कुल मिलाकर सिर्फ 5% वैज्ञानिक अनुसंधानकर्ता होंगे ! इस्लामिक वैज्ञानिक इतिहास में भी 2% से ज्यादा अनुसंधानकर्ता नही हुये होंगे!
वेशक मेरा यह आकलन केवल अनुमान ही है,किंतु यदि सही खोजबीन की जाए तो नतीजा लगभग यही रहेगा! दरसल जो कौमें वैज्ञानिक अनुसंधान में फिसड्डी रहीं,वे आज भी धर्म,मजहब और जाति के मुद्दे पर लड़ने में व्यस्त हैं! उन्हें यदि आपस की तकरार से फुर्सत मिले तो वे यूरोप और अमेरिका से भी बेहतर वैज्ञानिक खोजें करने में सक्षम थे ,किंतु ऐंसा क्यों नही हो सका ,इस संदर्भ में अपने अतीत का विंहंगावलोकन आप अवश्य करें!
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