यदि मैं एमपी का सीएम होता तो बाइक से ही गाँव गाँव फेरी लगाता ! हर 20 गाँव के दायरे में एक आलीशान मेडीकल कालेज+अस्पताल बनवाता! क्योंकि शहर से कोई डॉ. गांव नही जाना चाहता अत: चीन अमेरिका रूस की तरह मैं भी ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर्स के लिये माडर्न निवास और कनेक्टिविटी उपलब्ध करवाता! हर गाँव में पीने योग्य शुद्ध पेयजल की व्यवस्था और 20 गांव के लिये एक बेहतर स्कूल कालेज और खेल प्रशाल का निर्माण करवाता ! चूँकि प्रदेश में कुछ लोग बहुत अमीर हैंं, हजारों एकड़ जमीन कृषि फार्मों के मालिक भी हैं,अत: उनसे PPP के तहत पूंजी निवेश करवाता!
मानसून बिचलन से जिन किसानों की फसल सूख गई या दुबारा - तिबारा खरीफ की बोनी करनी पड़ रही है,मैं उनकी मौके पर ही पैसे से,बीज से,खाद से,मदद करता ! इस तरह से जनहित के कार्यों में निजी क्षेत्र की भागीदारी और कोआपरेटिव सैक्टर की भूमिका सुनिश्चित करता!
यह सर्वविदित है कि जो जनहित के काम करते हैं, उन्हें चुनाव में ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ती और स्पष्ट बहुमत हासिल होने से दलबदलुओं को खरीदने के लिये 35 -35 करोड़ नगद और मंत्री पद नही देना पड़ता!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें