बुन्देलखण्डी में कहावत है "बैठा बानियां क्या करे,इधर का बांट उधर करे " मतलब किसी व्यापारी की दुकान पर बेचने का माल ही न हो या कोई ग्राहक ही न आये तब वह तराजु के बांट इधर से उधर करने लगता है!ठीक इसी तरह जब भारत के 56 इंच सीने वाले शासक-अपने देश के युवा वेरोजगारों को नौकरी नही दे सके,गरीबों,बुजूर्गों को सस्ता सुलभ इलाज नही दे सके, किसानों का दर्द नही समझ सके,विदेश से कालाधन नही ला सके,मेंहगाई नही रोक सके, डॉलर के सापेक्ष रुपये की कीमत नहीं बढ़ा सके, डीजल पेट्रोल, खाद,बीज, बिजली की मंहगाई नही रोक सके!
वे आतंकवाद और भ्रष्टाचार नही रोक सके! चींन और पाकिस्तान जैसे पडोसियों से देश की सीमाओं की रक्षा नहीं कर सके!कोरोना महामारी से मरने वालों को नही बचा सके!
सरकारी स्कूलों और अस्पतालों का उद्धार नही कर सके!
वास्तव में मोदी सरकार सिर्फ दो मोर्चों पर सफल रही है! एक अंबानी अडानी और गुजराती सेठों को खरबपति बनाने और उनसे पार्टी को प्राप्त धन से कांग्रेस और विपक्ष के विधायक खरीदकर अपनी हारी हुई पार्टी की सरकारें बनाने में सफल रही है! यह सफलता भाजपा के पक्ष में जाती है!
दूसरे-केरोना प्रतिरोधक वैक्सीन स्वदेश में निर्माण कर पड़ोसी देशों को मुफ्त में देने और इस कदम से चीन पाकिस्तान पर कूटनीतिक बढ़त हासिल करने में सफल रही! यह सफलता भारत राष्ट्र के हित में जाती है! देश की इस सफलता का लाभ मुझे भी प्राप्त हुआ है!
शरुआत की पहली वैक्सीन कोविडशील्ड तो हम पति पत्नि ने 500 रुपये देकर निजी अस्पताल में लगवाई!किंतु जब दूसरा डोज फ्री में लगा तो सवाल मेरे 500 रु. बचने का नही है,सवाल यह है कि दुनिया की भारत में दुनिया की सबसे बड़ी आबादी को फ्री वैक्सीन लगाए जाने का है! इसके लिये हम पी. एम. नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हैं!
हालांकि उनकी कुछ अलोकतांत्रिक गतिविधियों,विधायकों को खरीदकर दलबदल कराकर सरकारें बनाने, किसान मजदूर विरोधी नीति अपनाने, सार्वजनिक क्षेत्र का पटिया उलाल करने और अंबानी अडानी की तिजोरियां भरने का हम पुरजोर विरोध करते हैं!
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