शनिवार, 20 मई 2023

राजनीतिक नाटक

 पूंजीवादी लोकतंत्र में राजनीतिक नाटक देखो !

करोड़ों के घर में रहने वाला एक बदमाश नेता खुद को *आम आदमी* बताकर सारी जनता को उल्लू बना रहा है।जबकि वह बदमाश नेता व्यक्ति गत तौर पर दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है!
साफ-सुथरी राजनीति में दिन-प्रतिदिन गाली गलौज और *आप लोग* अच्छे लोगों का साथ देने की बजाय आतंकवादियों का साथ देने लगे हो, देशद्रोहियों का साथ देने लगे हो। डॉक्टर, वकील,पुलिस तम्हारी न्याय व्यवस्था, पत्रकारिता का पता नहीं किस गर्त में चली जा रही है।
राजनैतिक आदमी तो आदमी कम गिरगिट ज्यादा लगने लगा है। इस कदर अप्रत्याशित मानव स्वभाव व्यवहार तथा उसके आत्मीयता में होने वाले नकारात्मक परिवर्तन के बड़े कारण हैं।
इसलिए *आपकी "असुविधा" के लिए हमें कोई खेद नहीं है, यह सब कुछ आपका ही किया धरा है।

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