भारतीय मीडिया का एक बड़ा हिस्सा विगत एक महिने से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को रात दिन कोसता आ रहा है! अब जबकि थप्पड़ मारकार इमरान खान से इस्तीफा ले लिया गया है,तबभी कुछ लोग इमरान खान की आलोचना किये जा रहे हैं!
आखिर भारत को इमरान से क्या परेशानी थी! यदि इमरान खान अमेरिकी गुलामी से छुटकारा चाहता था,यदि इमरान खान ISI को और पाकिस्तानी फौज को संविधान के तहत चुनी हुई लोकतांत्रिक़ सरकार के अधीन नियंत्रित करना चाहता था,तो इससे भारत को और भारतीय मीडिया को क्या समस्या है! क्या शहबाज शरीफ और उनके अलायंस को फौज का समर्थन मिलने और अमेरिका का आशीर्वाद मिलने से भारत को कोई फायदा है?
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