ब्राजील सहित दक्षिण अमेरिकी देशोंमें सूखा पड़ने और सोयाबीन फसल खराब होने के कारण वहां से भारत के लिए खाद्य तेल का निर्यात बंद हो गया है! रूस यूक्रेन युद्ध के कारण इन दोनों प्रमुख सूरजमुखी तेल उत्पादक देशों के तेल उत्पादन पर विपरीत असर पड़ा है!अतः भारत को रूस यूक्रेन से खाद्य तेल नही मिल पाएगा!
ओपेक देशों ने रूस यूक्रेन युद्ध की आड़ में क्रूड आयल के भाव बढ़ा दिए हैं ! इंडोनेशिया ने इस मौके का लाभ उठाकर घरेलू खपत को ध्यान में रखते हुए पाम आयल को वाहन ईंधन में प्रयुक्त करने की ठानी है! मतलब भारत को अभी न केवल पेट्रोलियम उत्पाद-डीजल पैट्रोल बल्कि खाद्य तेलों की बढ़ती मेहंगाई से भी जूझना होगा!
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