विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को रद्दी की टोकरी में फेंककर,असेंम्बली भंग कर, 90 दिन में आम चुनाव कराने की घोषणा कर इमरान खान ने कुछ भी गलत नही किया ! यदि कुछ गलत किया है, तो पाकिस्तान की आवाम आने वाले चुनाव में उसका जबाब देगी !
विगत चुनाव में PTI के सत्ता में आने के बाद इमरान खान पर लगातार आरोप लगता रहा कि वो चुना हुआ प्रधानमंत्री नही है,बल्कि वो पाकिस्तानी फौज द्वारा सिलैक्ट किया हुआ गुलाम था! अत: स्वाभिमानी इमरान खान चाहता है कि पाकिस्तान की आवाम के बीच जाकर नरेंद्र मोदी की तरह प्रचंड बहुमत से सत्ता में आया जाए और उसी बहुमत के दम पर पाकिस्तानी फौज,ISI और अमरीका से छुटकारा पाएं!
सवाल यह है कि इसमें इमरान खान गलत कहाँ है? बेशक इमरान भी इंसान है,उससे भी कुछ गलतियां हुईं होंगी,किंतु जो शख्स आज पाकिस्तानी फौज की आँख की किरकिरी बन बैठा है,जो शख्स अमेरिकन साम्राज्यवाद से पाकिस्तान को छुटकारा दिलाना चाहता है,उसकी तारीफ की जानी चाहिये ! पाकिस्तान की आवाम को एक मौका और देना चाहिये! जहाँ तक भारत की बात है ,सो भारत को इमरान खान से नही बल्कि पाकिस्तानी फौज और आतंकवाद से खतरा है!
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