रविवार, 24 अप्रैल 2022

पूजा-पाठ ब्रह्म मुहूर्त में ही करना चाहिए!

 भारत में पत्थरबाजों को उकसाने का आरोप कभी रामनवमी जुलूस,कभी हनुमान जयंती, कभी हिजाब या भोंगे पर लगाया जाता है ।अब स्वीडन में शरणार्थी पत्थरबाजों ने कहर ढाया है, सड़कों पर वाहन जलाए जा रहे हैं। सिर्फ स्वीडन ही नहीं एक अन्य शांति प्रिय देश बेल्जियम भी आतंकवाद से झुलस रहा है,कौन है इसका जिम्मेदार?

पूजा,पाठ,योग,ध्यान,हवन,यज्ञ, इबादत इत्यादि कर्म एकांत और ब्रह्म मुहूर्त में ही करना चाहिए! राजनीतिक स्वार्थ के लिये पूजा पाठ,हनुमान चालीसा या नमाज़ को मदारियों की तरह गली गली नुक्कड़ नुक्कड़ तमाशा नहीं बनाना चाहिए!

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