सोमवार, 11 जुलाई 2022

जिंदगी हकीकत है इसे दिल्लगी न समझ,

 यों ही हर वक्त खुद को न सताया कर!

बारिेश में बाहर भीगने न जाया कर!!
अस्पताल में कोई न आयेगा देखने तुझे,
अपना ध्यान रख,डर मत न डराया कर!
अंधेरा छंट नहीं जाता जब तलक *आहत*,
दिल का दिया जलाए रख प्रमाद न कर!
जिंदगी हकीकत है इसे दिल्लगी न समझ,
दोस्तों को दुश्मनों की तरह न निपटाया कर!

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