मंगलवार, 19 जुलाई 2022

अग्निवीर जाति न बताने के लिये स्वतंत्र हैं

 जैसा कि किसी भी सरकारी नौकरी में नियोक्ता द्वारा आवेदन लेते समय आवेदन के निर्धारित प्रारूप में जाति का कालम रहता है,उसी तरह अग्निवीरों केभर्ती आवेदन प्रपत्र में जाति का कालम रखा गया है! चूंकि इस नयी अग्निवीर सेवा में आरक्षण का प्रावधान नही है,अत:कुछ जातिवादी नेता इस अग्निवीर आवेदन में जाति उल्लेख का विरोध कर रहे हैं!

केंद्र सरकार अपने बचाव में पुरानी परंपरा का हवाला दे रही है! जबकि पुरानी भर्ती में पक्की नौकरी थी,पेंशन थी,मेडीकल एवं केंटीन फेसलिटी थी! जबकि अग्निवीर एक नई भर्ती प्रक्रिया है,जिसमें आवेदक /प्रत्यासी का जीवन अधर में है!
भारत सरकार /रक्षा मंत्रालय से निवेदन है कि ततसंबंधी भर्ती आवेदन में जाति का कालम तो रखा जाए,क्योंकि अधिकांस प्रत्यासियों को जाति बताने में कोई आपत्ति नही है! किंतु जो जाति नही लिखना चाहते,उन्हें यह छूट मिले कि वे* जातिविहीन*लिखने या जाति न बताने के लिये स्वतंत्र हैं!#@Narendra modi # Ministry of defence

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें