शनिवार, 2 जुलाई 2022

अकेली नूपुर अपराधी नहीं है

विगत 26/11/2008 को मुंबई पर हुए पाकिस्तानी हमलावरों में से एकमात्र जीवित बचे ए के 47 और बमों से लैस आतंकी अजमल कसाब को,जिसने दर्जनों भारतीय नागरिक और पुलिस वाले मार डाले थे, उसे बाकायदा कोर्ट में अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया!जब तक सजा मुकर्रर नहीं हुई, बाकायदा बिरयानी खिलाई गई!
लेकिन अत्यंत खेद की बात है कि नूपुर शर्मा को जिससे चींटी को भी खतरा नहीं,उसे अपनी बात रखने का अवसर दिये बिना ही खलनायिका बता दिया गया। इस घटना पर एक पाकिस्तानी *इस्लामिक स्कालर ने टी वी पर कहा है कि* अकेली नूपुर अपराधी नहीं है,बल्कि वो शख्स भी उतना ही जिम्मेदार है, जो टीवी पर बहसबाजी करते हुए,हिन्दू धर्म पर हमला कर रहा था ! और नूपुर शर्मा को प्रतिक्रिया के लिए उकसा रहा था।

 विगत सप्ताह उदयपुर के एक टेलर श्री कन्हैयालाल की जघन्य हत्या करने वाले आतंकियों ने जिस स्कूटी का उपयोग किया,उसका नंबर आर एन २६/११ लिखा हुआ है!स्कूटी का मालिक मुहम्मद रियाज अत्तारी है ! मतलब ये कि हत्यारों के मन में हिंदू समाज के प्रति घृणा बैरभाव‌ पहले से ही पल रहा था!नूपर शर्मा की टीवी चैनल पर विवादास्पद प्रसारित टिप्पणी तो केवल बहाना है!

नूपुर की याचिका अस्वीकार करते वक्त माननीय न्यायालय के संज्ञान में ये तथ्य नदारद रहे और देश में जो कुछ गलत हो रहा है, उसका ठीकरा नूपुर शर्मा के सर पर फोड़ दिया गया! क्या २६/११ के मुंबई हमलों के लिए, कैराना, लखनऊ दिल्ली कानपुर दंगों के लिए नूपुर शर्मा जिम्मेदार है?।
कुछ लोगों का सवाल है कि "उस मौलाना रहमानी के खिलाफ कब मामला दर्ज होगा और माननीय न्यायालय कब संज्ञान लेंगे? जिसने शिव विग्रह के प्रति अपमान जनक बाते कही थी? जिसके कुटिल कटाक्ष के उत्तर मे *नूपुर शर्मा*ने तथाकथित गलत टिप्पणी की थी?जो कि नूपुर शर्मा को नहीं करना चाहिए थी! नूपुर शर्मा और उनके तरफदार नर नारियों को मालूम हो कि सनातन धर्म और संस्कृति में "सभी धर्मो को आदर से देखा जाता है! हिंदू धर्मावलंबी को सभी अवतार पीर पैगम्बर का आदर सत्कार करना सिखाया जाता हैं ! " क्योंकि हिंदू धर्म का मानना है कि किसी न किसी रूप में हम सभी उसी एक परब्रह्म परमात्मा,उसी एक अल्लाह को ही पूजते हैं ! सिजदा करते हैं!

मैं सौ फीसदी हिन्दू हूँ और विशुद्ध ब्राह्ममण हूँ !मुझे अपनी इस सामाजिक स्थिति पर गर्व है! मेरे वंशानुगत स्वधर्म में मानवता करुणा, मैत्री,क्षमा‌,अहिंसा और शील इत्यादि अनेक मानवीय मूल्य कूट कूट कर भरे पड़े हैं!
मुझे दूसरों के धर्म- मजहब् से तब तक कोई दिक्कत नहीं जब तक कि परधर्मावलंवी नर- नारी मेरे धर्म के आड़े नही आते! जब तक कोई परधर्मावलंवी बदमाश मेरे राष्ट्र को या मेरी कौम को रुसवा नही करता,तब तक मुझे अपने पराये धर्म मजहब और दर्शन में कोई अंतर नही दिखता ! जग जाहिर है कि सभी धर्म मजहब कुछ न कुछ अच्छाई से सम्रद्ध हैं! किंतु प्रगतिशील सोच का तकाजा है कि जो धर्म और मजहब् हिंसा का समर्थन करते हों ,पूँजीवाद की चाकरी कर रहे हों,जो धर्म -मजहब फासिस्ट ताकतों को खाद पानी दे रहे हों,आतंकी कैम्प चला रहे हों,उन तमाम पाखंडपूर्ण धर्म -मजहब् के ठेकेदारों से दूर रहोगे तो ईश्वर/अल्लाह/ खुदा अवश्य खुश होगा ! राष्ट्र में अमन के अच्छे दिन अपने आप आ जाएंगे! आमीन!विगत सप्ताह उदयपुर के एक टेलर श्री कन्हैयालाल की जघन्य हत्या करने वाले आतंकियों ने जिस स्कूटी का उपयोग किया,उसका नंबर आर एन २६/११ लिखा हुआ है!स्कूटी का मालिक मुहम्मद रियाज अत्तारी है ! मतलब ये कि हत्यारों के मन में हिंदू समाज के प्रति घृणा बैरभाव‌ पहले से ही पल रहा था!नूपर शर्मा की टीवी चैनल पर विवादास्पद प्रसारित टिप्पणी तो केवल बहाना है!
नूपुर की याचिका अस्वीकार करते वक्त माननीय न्यायालय के संज्ञान में ये तथ्य नदारद रहे और देश में जो कुछ गलत हो रहा है, उसका ठीकरा नूपुर शर्मा के सर पर फोड़ दिया गया! क्या २६/११ के मुंबई हमलों के लिए, कैराना, लखनऊ दिल्ली कानपुर दंगों के लिए नूपुर शर्मा जिम्मेदार है?

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