सोमवार, 18 जुलाई 2022

मिटा दे अपनी हस्ती को गर मर्तबा चाहे,

 कश्मीर,पश्चिम बंगाल,पश्चिम यूपी, झारखंड सहित अन्य राज्यों में आतंकियों के डर से जो हिंदू घर द्वार छोड़कर इधर उधर भाग रहे हैं, उनसे निवेदन है कि आतंकियों से डरकर न भागें! थोड़ा साहस जरुर दिखाएं और सोचें कि मानव इतिहास में हमेशा सत्य की जीत हुई है और असत्य पर चलने वाले दुष्ट दानवों की हार हुई है! हमारा हिंदू धर्म हमें हमेशा सत्य अहिंसा पर चलना सिखाता है! हमारा हिंदू धर्म *इस्लाम* सहित सभी धर्मों मजहबों का आदर करना सिखाता है!

*सत्यमेव जयते*हमारा महावाक्य है!
वेद कहते हैं:-
"इंद्रम् मित्रं वरुणम् अग्निम् अहूरमज्दै, दिव्या‌ सुपर्णो गरुत्मानक्ष!
एकं सद् विप्रा: बहुधा बदंतिअग्नम् यम मातिरिश्वानम्आहो!!"
जिन हिन्दूओं के गले काटे गए हैं,जिनपर हिंसक हमले हुए हैं,उन हिंदू शहीदों के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि अब सारे हिंदू एकजुट होकर आतंक का मुकाबला करें!जो हिंदू किसी आतंकी क्षेत्र में रहते हैं उनकी रक्षा के लिए आइंदा न केवल सरकार राज्य सरकारें न केवल केंद्र सरकार बल्कि पूरे सौ करोड़ हिन्दू एकजुट होना अत्यंत आवश्यक है!
मोदी सरकार से निवेदन है कि एक बार गजवा ए हिन्द, तालिबान, तहरीक ए लब्बैक आईएसआई PFI,ISI जैसे संगठनों में अपनी पैठ बनाएं, उनसे सीधे बातचीत कर शांति वार्ता करें! फिर भी वे नही मानते तो जहां जहां उनके ठिकानें हैं, वहां वहां सर्जिकल स्ट्राइक के लिए भारत की बहादुर सेना को आदेश जारी करे! गोस्वामी तुलसीदास जी कह गए हैं कि:-
"अति संघर्षन कर जो कोई !
अनिल पर प्रगट चंदन ते होई!!"
किसी क्रांतिकारी ने कहा है:-
"फानूस बनकर हिफाजत जिसकी हवा करे!
वो शरमा क्या बुझे जिसे रोशन खुदा करे!!"
* * *
"मिटा दे अपनी हस्ती को गर मर्तबा चाहे,
दाना खाक में मिलकर गुले गुलजार होता है!"

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