कान्हा गोबर्धन गिरधारी,
प्रभु बिनती सुनो हमारी!
कोरोना ने लाचारों की,
ऐंसी तैंसी कर डारी!!
तेरे भक्त ही ज्यादा मर रहे,
हे चक्र सुदर्शन धारी!
वेग नाथ आ जाओ धरा पर,
हो रही किरकिरी तुम्हारी!!
मंदिर मठ सब सूने हो गए,
आरति करत श्रीराम तिवारी !
कान्हा गोबर्धन गिरधारी,
प्रभु बिनती सुनह हमारी!!
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