"तस्मात योगी भवार्जुन"...
यदि सुखी रहना है,महामारी एवं बीमारी से बचना है या लड़कर जीतना है तो इसके लिये इम्युनिटी बढ़ाओ! प्राणायाम करो! जल्दी सोना-जल्दी उठना जारी रखो !
जब भी मौका मिले खूब ठहाके लगाओ! लंबी- गहरी साँस लो! सदा स्वस्थ रहो,मस्त रहो,प्रशन्न रहो! ईमान और मेहनत की रोटी खाओ!
पूँजीवादी लूट खसोट के खिलाफ संघर्ष करो! जन आंदोलन के द्वारा प्रमादी लंपट शासकों को जगाते रहो!
यही मेरा आध्यात्मिक दर्शन और यही मेरी राजनैतिक विचारधारा है! मुझे *धर्म और राजनीति* से कोई परहेज नही,किंतु इनकी मिलावट के खिलाफ हूँ! यदि मैं गलत हूँ या सही तो बताएं
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