आजादी के पूर्व पश्चिमी पंजाब- हिंदुस्तान याने अखंड भारत का हिस्सा था!देश का विभाजन हुआ तब लाखों हिंदू वहां मार दिये गये! जो जान बचाकर भारत आ गये या अफ्रीका, यूके, अमेरिका चले गए वे अपने आपको आज भी भारतवंशी मानते हैं! सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि अनेक मुसलमान ,ईसाई और पारसी जो अमेरिका, यूरोप जा बसे, वे भी अपने आपको भारतवंशी ही कहते हैं !
1947 में विभाजन भारत का हुआ था, अतएव इस विभाजन से पूर्व *अखंड भारत* में पैदा हुआ हर शख्स भारतवंशी माना जाएगा! शहीद भगत सिंह का जन्म खट्टरकलां (अब पाकिस्तान) में हुआ था, किंतु सारी दुनिया उन्हें भारतीय मानती है, किंतु पाकिस्तान वाले भगतसिंह को अपना नही मानते!पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी पाकिस्तान में पैदा हुए थे, किंतु कभी किसी पाकिस्तानी ने दावा नही किया कि श्री आडवानी पाकिस्तानी हैं! भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह,इंद्रकुमार गुजराल और अभिनेता पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार,मनोज कुमार इत्यादि सब अखंड भारत (वर्तमान पाकिस्तान) में जन्में, और ये सब अपने आप को भारतवंशी ही मानते रहे! किंतु पाकिस्तान में कभी किसी ने नही कहा कि ये सब पाकिस्तानवंशी हैं!
इसी तरह ऋषि सुनक के दादा परदादा अखंड भारत में ही जन्में थे ! किंतु जब पाकिस्तान बनने की खबर आई और मुस्लिम दंगाइयों ने हिंदुओं सिखों पर हमले शुरु कर दिये तब अधिकांश हिंदू जान बचाकर भारत आ गये! ऋषि सुनक के दादा की ससुराल दिल्ली में थी, वहां वे अपनी पत्नी को छोड़ काम धंधे की तलाश में बाया नैरोबी, तंजानिया -यू.के.जा पहुंचे ! बाद में जब सुनक के दादा यूके में सैटल हो गये तो सुनक की दादी और परिवार को दिल्ली से यूके बुलवा लिया! इस परिवार ने बहुत बुरे दिनों को देखा है, अनेक तकलीफ उठाने के बावजूद अपना धर्म (सनातनी हिंदू) नही छोड़ा!
बेशक ऋषि सुनक इंग्लैंड में जन्में और पूर्णत : ब्रिटिशस हैं! किंतु उन्हें अपने भारतवंशी और हिंदू होने पर गर्व है! नैरोबी वाले, तंजानिया वाले कुछ नहीं कह रहे हैं, केवल पाकिस्तान का भारत विरोधी मीडिया गुंजरावाला की रट रहा है! जबकि अखंड भारत के उसी गुजरांवाला में महाराजा रणजीतसिंह, इंद्रकुमार गुजराल,सरदार मन मोहनसिंह,और दिलीप कुमार (यूसुफ खान) भी पैदा हुए, किंतु किसी पाकिस्तानी ने कभी दावा नही किया कि ये पाकिस्तानी हैं!
लेकिन ब्रिटिश सरकार की चमचा गिरी करने के वास्ते ऋषि सुनक को पाकिस्तानी बताया जा रहा है, इस मुहिम में कुछ मुर्ख भारतीय भी शामिल हैं! गोकि पाकिस्तान बना ही 1947 में था ! जबकि ऋषि सुनक के हिंदू पूर्वज अखंड भारत में जन्मे और पाकिस्तान बनने से बहुत पहले भारत आये और यहां से अफ्रीका यूरोप चले गए!
यदि ऋषि सुनक भारतवंशी नही होते ,हिंदू नही होते तो शायद ही नारायण मूर्ति, सुधामूर्ति के दामाद बन पाते!अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन ने हिंदुओं को दीवाली की शुभकामनाएँ देते समय भारतीय आजादी की 75 वीं ववर्षगांठ पर एक भारतवंशी (ऋषि सुनक) के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने की भी
बधाई
दी!ज्यों ही ऋषि सुनक के बारे में मीडिया ने लिखा कि वो भारतवंशी हैं, त्यों ही भारत विरोधी ताकतों ने विचारे ऋषि सुनक के पूर्वजों की कुंडली बना डाली! और सिद्ध कर दिया कि वो भारतवंशी नही हैं! चलो मान लिया कि ऋषि सुनक भारतववंशी नही हैं, लेकिन इतना तो मान लो कि वे विख्यात भारतीय पूंजीपपति इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति एवं सुधा मूर्ति के दामाद तो हैं! गोकि ऋषि सुनक भारतीय दामाद हैं!
अब जलने वाले जला करें! हमाये ठेंगे सें ! ऋषि सुनक पक्का हिंदू है और भारतवंशी भी!
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